Baingan Ka Bharta: बैंगन का भरता उत्तर भारत का लोकप्रिय व्यंजन है, खासकर बिहार में. इसे गांव जैसा बनाने के लिए बैंगन को कोयले पर रोस्ट कर, प्याज, लहसुन, हरी मिर्च और करी पत्तों के साथ मिलाकर तैयार करें.
हिमाचल प्रदेश के मनाली के सिमसा में स्थित एक निजी होटल में डीजे बजाने को लेकर उत्तराखंड से आए टूरिस्टों और होटल कर्मियों के बीच झगड़ा हो गया। होटल मालिक की शिकायत के अनुसार, उत्तराखंड से आए पांच टूरिस्ट, जिनमें तीन महिलाएं, एक पुरुष और एक 12 वर्षीय बच्ची शामिल थी, उनके होटल में ठहरे थे। मनाली घूमने गए टूरिस्ट रात 10 बजे के बाद होटल लौटे और डीजे बजाने की जिद की। होटल स्टाफ ने उन्हें बताया कि रात 10 बजे के बाद डीजे बजाना प्रतिबंधित है। दंपती के साथ की मारपीट नशे में धुत टूरिस्टों ने इस बात पर होटल कर्मचारियों से हाथापाई शुरू कर दी। शोर सुनकर जब होटल मालिक ऊपरी मंजिल से नीचे आए, तो टूरिस्टों ने उनसे और उनकी पत्नी से भी मारपीट की, जिससे दोनों घायल हो गए। थाना प्रभारी मनाली मुनीश राज शर्मा ने बताया कि होटल मालिक, जो मूल रूप से दिल्ली के हैं और पिछले 20 वर्षों से मनाली में होटल चला रहे हैं, की शिकायत पर जांच की जा रही है। जब टूरिस्टों को थाने बुलाया गया, तो उन्होंने चिकित्सा परीक्षण से मना कर दिया और मनाली छोड़कर चले गए। पुलिस ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर आरोपी पर्यटकों को फिर से बुलाया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।
ये सब अफवाह है। बेमतलब की झूठी बातें हैं कि राज से सोनम का संबंध था। 17-18 हजार रुपए कमाने वाला, राज लगता कहां है? मेरी बेटी लाखों रूपए कमाती थी।राज किस खेत की मूली है ,जो वह उससे शादी करने के लिए हां करेगी। किस हिसाब से करेगी? वो कहां है, अपन कहां है। ये कहना है सोनम रघुवंशी के पिता देवीसिंह का। मेघालय में हनीमून के दौरान राजा रघुवंशी की हत्या के बाद पहली बार सोनम की मां और पिता ने दैनिक भास्कर से खुलकर बात की है। सोनम के मां-पिता और भाई उससे एक बार पूछना चाहते हैं कि आखिर राजा को किसने मारा? क्यों मारा? राज से अफेयर के सवाल को पूरा परिवार खारिज कर रहा है। दरअसल, राजा मर्डर केस में सोनम के परिवार पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया कि सोनम के मां-पिता को बेटी के अफेयर की खबर थी, लेकिन उन्होंने जबरन अपनी बेटी की शादी राजा रघुवंशी के साथ कराई। पहले तो सोनम की मां ने बात करने से इनकार किया, मगर बाद में पूरे परिवार ने बातचीत की। पढ़िए रिपोर्ट सोनम की मां संगीता रघुवंशी से सिलसिलेवार बातचीत सोनम की मां संगीता रघुवंशी ने बताया कि फरवरी महीने की बात होगी। राजा की मां का हमारे पास कॉल आया था। उन्हें रघुवंशी समाज से जानकारी मिली होगी। वो बोलीं आपके लड़की को भी मंगल है, हमारी लड़के को भी मंगल है। हमने कहा ठीक है। पहले हम उनके घर गए। हम सबसे मिले। हमें घर-परिवार अच्छा लगा। उसके बाद वो लोग हमारे घर आए। जब इस रिश्ते की बात चल रही थी तब राजा और सोनम दोनों से पूछा था कि क्या वे दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं क्या? दोनों ने एक दूसरे को पसंद किया था। इसके बाद रिश्ता पक्का हो गया। शादी जुड़ने के बाद मेरी भी राजा से बात हुई थी। एक-दो बार सोनम और राजा खरीदारी करने गए थे। हम भी बाजार में राजा से मिले थे। उनकी मम्मी भी मिली थी बाजार में। ससुराल से लौटने के बाद सोनम खुश थी। वह हम सभी से अच्छे से बात कर रही थी। वह मायके में दो-चार दिन ही रही, फिर उनका हनीमून पर जाने का प्लान बन गया। दोनों घूमने जाने वाले हैं, क्या इस बारे में पता था? तो उन्होंने कहा- रवाना होने के एक दिन पहले ही मुझे बताया था कि हम घूमने जा रहे हैं। वहां कामाख्या देवी के दर्शन करेंगे। सोनम ने कहा था कि राजा ने टिकट कराए हैं। वह ज्यादा किसी से बात नहीं करती थी। जब स्कूल जाती थी, तब स्कूल से लौटकर घर में रहती थी। जब स्कूल छोड़ दिया तो भैया के साथ ऑफिस जाना शुरू कर दिया। वह सुबह 10 बजे ऑफिस के लिए निकल जाती थी, शाम को 7 बजे तक घर लौट आती थी। उनसे पूछा- क्या सोनम जिद्दी थी? तो बोलीं- वो अकेली कहीं नहीं जाती थी, हमेशा मेरे साथ ही जाती थी। सिर्फ ऑफिस अकेले जाती थी। बिल्कुल नहीं, कभी दबाव नहीं डाला। हमने बंद कमरे में दोनों को आमने-सामने बैठाया था। एक घंटे तक दोनों की बातचीत हुई। मैंने सोनम से पूछा था कि लड़का पसंद है क्या? तो बोली थी- हां पसंद है। उनसे पूछा कि क्या उन्हें पता था कि राज और सोनम के बीच कुछ चल रहा है? वो राज से शादी करना चाहती है? संगीता रघुवंशी बोलीं- नहीं, यदि मुझे पता होता तो मैं क्या ऐसा होने देती। मुझे पता होता तो कहती कि वो जिसे पसंद करती है उससे शादी कर ले। उनसे पूछा कि क्या सोनम ने राजा से शादी के लिए इनकार किया था तो उन्होंने कहा- नहीं ऐसी कभी कोई बात नहीं हुई। क्या सोनम से मिलना चाहती हैं ? सोनम की मां संगीता से पूछा कि जिंदगी में जो बदलाव हुआ है, उसे लेकर क्या सोचती हैं, तो उन्होंने कहा कि मेरे सोचने से क्या होगा? मेरे तो कुछ समझ नहीं आ रहा है। एक महीना हो गया सोचते-सोचते। ये क्या हो गया, कैसे हो गया? क्या वो सोनम से मिलना चाहती है? इसपर बोलीं- इतनी दूर क्या मिलें और अब क्या करना है मिलकर। जो सामने आया है, जो सुन रहे हैं... कुछ कह ही नहीं सकते। जो आप बोल रहे हैं, हम भी वही सुन रहे हैं। अभी तो हमारी कोई बात ही नहीं हुई है। अब तो सब भगवान के ऊपर है। सोनम और राज से मिलेंगी तो क्या पूछेंगी? यही पूछेंगे कि ये क्या हुआ? लेकिन अब कहां मिलेंगे...राज से तो मैं कभी मिलना ही नहीं चाहती। मिली तो दोनों से जानना चाहूंगी कि क्यों किया ऐसा? किया या भी या नहीं किया.. अब सोनम के पिता देवीसिंह से सिलसिलेवार बातचीत सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी बोले- अभी तक तो मुझे ये विश्वास नहीं हो रहा है। कुछ समझ नहीं आ रहा है कि मेरी बच्ची ऐसा कर सकती है। इसमें कोई दूसरी जगह से फॉल्ट है। इसमें कोई दो राय नहीं है। हो सकता है उनकी तरफ से ही हो। मुझे विश्वास है कि मेरी बेटी ऐसा नहीं कर सकती। जबरन उसे घसीटा जा रहा है। उनसे पूछा कि वो किस फॉल्ट की बात कर रहे हैं, तो बोले- वो लोग( राजा के परिजन) मीडिया में अलग-अलग बयान दे रहे हैं। उनकी तरफ से ही कोई फॉल्ट होगा। शादी के पहले तक तो मेरी बेटी बिल्कुल ठीक थी। शादी के बाद ही ऐसा क्यों हो गया। वो बयान दे रहे हैं कि उन्होंने कुछ करा दिया। वो तांत्रिक पर विश्वास रखते हैं। हां... मिलूंगा एक बार अपनी छोरी से। उससे पूछूंगा बेटा ये फॉल्ट कैसे हुआ, क्यों हुआ? यदि तुझे ऐसा ही करना था, तो एक बार बताना था। हमें बिना बताए तूने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया? यदि वो बोलती है कि ये मैंने नहीं किया तो फिर उस हिसाब से देखेंगे कि हमें क्या करना है। यदि उसने हां कह दिया तो फिर उससे आगे मिलने का कोई मतलब ही नहीं। बिल्कुल नहीं। वो दोनों तो आठ-पंद्रह दिनों में कभी-कभी मिलते थे। राज कभी ऑफिस जाता था, तो मिलता था। राज का तो काम गोदाम में था। सोनम का ऑफिस में बैठने का काम था। फोन पर ही दोनों की बात होती रहती थी कि कहां माल भेजना है, कितना भेजना है.. वगैरह। आमने-सामने तो वो आठ-पंद्रह दिन में मिलते थे। ये सब अफवाह है कि राज से सोनम का संबंध था। राज लगता कहां है सोनम के सामने। वो 17-18 हजार रुपए महीना कमाने वाला। मेरी छोरी लाख रुपए कमाने वाली। राज किस खेत की मूली है कि वो उससे शादी करने का कहती। किस हिसाब से उससे शादी करती? वो कहां है, अपन कहां है। इतना ज्ञान तो उसमें भी होगा। वो पढ़ी-लिखी है,अनपढ़ तो थी नहीं। वो आगे कहते हैं कि यदि दोनों के बीच कोई रिलेशन था तो वो किसी सहेली को तो बताती कि उसके मन में क्या चल रहा है। गोदाम में, ऑफिस में, घर में सब जगह कैमरे लगे हुए हैं। कभी, कैमरे पर कुछ ऐसा नहीं दिखा। कोई भी चीज होती है तो लुक-छिपकर तो होती नहीं। कभी घूमने जाते तो पता चलता। सोनम ऑफिस से घर आती और घर से ऑफिस जाती थी। राज भी गोदाम से घर और घर से गोदाम जाता था। जब कभी हम बुलाते थे, तब वह घर आता था। ये सब बनाई हुई बातें हैं। तीन साल से राज सोनम से राखी बंधवा रहा था। जो राखी बंधवाए, वो ऐसा करेगा? सोनम इंदौर आकर छुपकर क्यों रही?ये सब झूठ है। बच्ची इंदौर नहीं आई। बच्ची इंदौर आती तो घर आती। वो मां-बाप से आकर तो मिलती। मेरे घर पर आती। उसका सहारा कौन था, यहां इंदौर में। हमें बताती कि पापा ये गलती हो गई। उसने पूछा कि घटना को एक महीना हो चुका है तो क्या कहेंगे, वह बोले- अभी तो कोई रिजल्ट ही नहीं है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है। किसने किया, किसने नहीं किया। सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी से भास्कर की बातचीत सोनम के भाई गोविंद ने मेघालय पुलिस को एक एप्लिकेशन देकर बहन से मिलने की इच्छा जताई है। गोविंद कहते हैं कि हमने सोनम के लिए कोई वकील नहीं किया है। मैंने पुलिस को आवेदन दिया है कि मैं एक बार सोनम से मिलना चाहता हूं। जब भी बोलेंगे तो मिलूंगा। मुझे यही जानना है कि इन सब चीजों का राज क्या है? ये सब कैसे हुआ? दुनिया भी जानना चाह रही है, मैं भी जानना चाहता हूं कि ये सब कैसे हुआ?आखिर ये प्लान कैसे हुआ? क्यों मारा? कैसे मारा? ये सब मैं जानना चाहता हूं। सोनम और राज के पास फैक्ट्री के काम की जो जिम्मेदारी थी, वो उसे पूरी ईमानदारी से निभा रहे थे। हर चीज का सबूत दे रहे थे। राज ने जितना भी काम किया, उसने भी पूरी ईमानदारी से काम किया। गिरफ्तारी के दो दिन पहले उसने मुझे दुकान का 2 लाख रुपए का पेमेंट घर पर लाकर दिया था। किसी पार्टी से पेमेंट आया था। पेमेंट का काम वही संभालता था। सोनम का ऑफिस का काम था। वह कस्टमर और एम्पलाई हैंडलिंग का काम संभालती थी। राज का काम गोदाम में था। डिस्पैच का काम राज देखता था। कहां से कितना माल आ रहा है, कितना कहां जा रहा है, ये देखना राज के जिम्मे था। दोनों के बीच 5 से 10 किलोमीटर की दूरी थी। ऑफिस में राज का आना जाना नहीं था, गोदाम में सोनम का आना जाना नहीं था। महीने-दो महीने में कभी कभी राउंड लग जाता था।
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
© India News 20. All Rights Reserved. Design by PPC Service