Easter Sunday 2025 Wishes: ईस्टर संडे ईसाई धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है जोकि गुड फ्राइडे के बाद आने वाले रविवार को मनाया जाता है. इसलिए इसे ईस्टर संडे कहा जाता है. एक ओर गुड फ्राइडे जहां शोक और बलिदान का पर्व होता है, वहीं दूसरी ओर ईस्टर संडे यीशु मसीह (jesus christ) के पुनरुत्थान की स्मृति में मनाया जाता है.गुड फ्राइडे के दिन यीशु को सूली पर चढ़ाया गया. इसके 2 दिन बाद रविवार को यीशु फिर से जीवित हो गए थे. इसलिए यह दिन ईसाई धर्म को मानने वालों के लिए पवित्र दिन होता है. इसे ईस्टर संडे या ईस्टर रविवार के नाम से जाना जाता है. इस खुशी में इस दिन गिरिजाघरों को सजाया जाता है, विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन होता है. लोग यीशु के उपदेशों को याद करते हैं और सभी अपने दोस्तो, रिश्तेदारों और करीबियों को हैप्पी ईस्टर संडे कहकर इस दिन बधाई भी देते हैं.आप भी इस खास मौके पर अपनों को ईस्टर रविवार की बधाई देना चाहते हैं तो यहां देखिए ईस्टर के कुछ चुनिंदा शुभकामना मैसेज, जिसे आप वॉट्सअप और फेसबुक पर भी भेज सकते हैं. Happy Easter Sunday Wishes in Hindi-ऐ मसीहा तुम आ गए वापस पास हमारेतरस गए थे दर्शन को हम तुम्हारेजिंदगी भर दी हमारी खुशियों से आपनेचमका दी किस्मत, पूरे किए सपने हमारेहैप्पी संडे ईस्टर 2025पुनर्जीवित मसीह आपके हृदय को आनंद से भर देआपको नई आशा और शांति प्रदान करे.ईस्टर की शुभकामनाएंईस्टर आपके जीवन में नई शुरुआत, नई आशा और अपार खुशियां लेकर आए. ईश्वर की कृपा सदैव आप पर बनी रहे. Happy Easter 2025ईस्टर के अंडे, फूलों की खुशबू और प्यारे खरगोश… सब मिलकर आपके जीवन में खुशियां लाएं! हैप्पी संडे ईस्टर 2025ईसा मसीह के पुनरुत्थान ने हमें नई आशा और विश्वास का संदेश दिया है. इस पवित्र दिन पर प्रार्थना है कि आपके जीवन में हमेशा कृपा बनी रहे. Happy Sunday Easter 2025ये भी पढ़ें: Baba Vanga Prediction: बाबा वेंगा की भविष्यवाणी, इस्लाम क्या पूरी दुनिया पर छा जाएगाDisclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
इंडियन जस्टिस रिपोर्ट 2025 के अनुसार देश में पुलिस डिपार्टमेंट के फॉरेंसिक विंग में 50% पद खाली पड़े हैं। इसी के साथ पूरे देश में किसी भी राज्य में पुलिस में महिलाओं की जो वैकेंसीज निकली, वो कहीं भी पूरी तरह से भर नहीं सकीं। वहीं SC, ST, OBC कैटेगरीज के लिए ज्यूडीशियरी और पुलिस डिपार्टमेंट में निकली वैकेंसीज की बात करें तो सिर्फ कर्नाटक राज्य में ये भर पाईं। इसी के साथ जेल में काम करने वाले स्टाफ की हालत भी खराब है। रिपोर्ट में सामने आया कि 5.7 लाख कैदियों पर सिर्फ 25 साइकोलॉजिस्ट/ साइकायट्रिस्ट हैं। देश के 25 राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश ऐेसे हैं जहां की जेलों में कोई साइकोलॉजिस्ट/ साइकायट्रिस्ट है ही नहीं। ज्यूडिशियरी और पुलिस डिपार्टमेंट में महिलाओं की कमी इंडियन जस्टिस रिपोर्ट 2025 के अनुसार पुलिस और ज्यूडिशियरी जैसे डिपार्टमेंट्स में देश की महिलाओं की हिस्सेदारी अभी भी काफी कम है। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट्स में सिर्फ 38% महिलाएं काम कर रही हैं। ज्यूडिशियरी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी जरूर हैं लेकिन वो ज्यादातर निचले पदों पर ही काम कर रही हैं। पुलिस डिपार्टमेंट का हाल भी कुछ ऐसा ही है जिसमें देशभर में केवल 8% महिलाएं काम कर रही हैं। देश के 17 राज्यों की पुलिस में महिलाओं की भागीदारी 10% से भी कम है। पुलिस फोर्स में 33% महिलाएं होने में 200 साल लगेंगे 2025 में जारी हुई रिपोर्ट को 2022 की रिपोर्ट से कंपेयर किया गया तो सामने आया कि देश के कई राज्य ऐसे भी हैं जहां के पुलिस विभाग में महिलाओं की हिस्सेदारी एक तिहाई यानी केवल 33% होने में भी अभी 200 साल या उससे ज्यादा का समय लगेगा। अंडमान एंड निकोबार आयलैंड्स को 220.8 साल और त्रिपुरा को 222.2 साल लगेंगे। इसके अलावा झारखंड को 175.1 साल लगेगा पुलिस में महिलाओं की हिस्सेदारी एक तिहाई होने में। इस मामले में बिहार और आंध्र-प्रदेश की हालत सबसे बेहतर है। ये दोनों ही राज्य 3.3 सालों में पुलिस विभाग में महिलाओं की हिस्सेदारी 33% पहुंचाने में कामयाब हो सकते हैं। कई राज्यों में फॉरेंसिक्स के 70% पद खाली पड़े लीगल सिस्टम के लिए फॉरेंसिक डिपार्टमेंट एक लाइफलाइन की तरह होता है। लेकिन भारत में फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के 10 हजार में से 50% पद खाली पड़े हुए हैं। तेलंगाना, हरियाणा और बिहार जैसे राज्यों में फॉरेंसिक्स में साइंटिफिक स्टाफ के 70% पद भरे नहीं जा सके। इस मामले में केरल और तमिलनाडु की हालत कुछ बेहतर है। जहां केरल में केवल 3.7% पद खाली हैं तमिलनाडु में 19.9% पदों को भरा नहीं जा सका है। ऐसी ही और खबरों के लिए पढ़ें... महाराष्ट्र थ्री लैंग्वेज पॉलिसी लागू करने वाला पहला राज्य बना: 1 से 5वीं तक के छात्रों को अब मराठी-इंग्लिश के अलावा हिंदी पढ़ना जरूरी महाराष्ट्र थ्री लेंग्वेज पॉलिसी लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। अब यहां 1 से 5वीं क्लास तक के बच्चों के लिए हिंदी पढ़ना जरूरी कर दिया गया है। पूरी खबर पढ़ें...
Gorakhpur Murabba Gali: गोरखपुर की मुरब्बा गली 40 सालों से प्रसिद्ध है. दुकानदार प्राणनाथ के अनुसार, नींबू, अदरक और हरी मिर्च का मुरब्बा गर्मियों में औषधि समान है. यह पाचन शक्ति बढ़ाने और शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है.
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
Indian News 20 द्वारा इस दिन पोस्ट की गई रविवार, 13 दिसंबर 2020
© India News 20. All Rights Reserved. Design by PPC Service